top of page
  • Spotify
  • Youtube
  • Instagram
Search

मेरे ज़ख़्मों | Mere Zakhmo | میرے زخموں

Updated: Jun 30, 2024



मेरे ज़ख्मों की वह दवा देगा

मैं नहीं, तुझको वह सज़ा देगा


मैं भी हस्ता हूँ सोचकर अक्सर

कोई कहता था कि वफ़ा देगा


आग घर में लगी तो किस्से कहें

जो भी आएगा वह हवा देगा


मेरे ही अश्क़ भर के दे दे ग्लास

वही आख़िर मुझे नशा देगा


बह जाने दे आँख की यह नमी

यह समंदर तुझे डूबा देगा


काहे उठ जाएं हम मुसल्ले से

जो भी देगा हमें ख़ुदा देगा




मेरे ज़ख़्मों की वो दवा देगा

मैं नहीं, तुझको वो सज़ा देगा


मैं भी हंसता हूं सोचकर अक्सर

कोई कहता था कि वफ़ा देगा


आग घर में लगी तो किस्से कहें

जो भी आएगा वह हवा देगा


मेरे ही अश्क भर के दे दे ग्लास

वही आख़िर मुझे नशा देगा


बेह जाने दे आँख की यह नमी

ये समंदर तुझे डूबा देगा


काहे उठ जाएं हम मुसल्ले से

जो भी देगा हमें ख़ुदा देगा




میرے زخموں کی وہ دوا دیگا

میں نہیں، تجھ کو وہ سزا دیگا


میں بھی ہستا ہوں، سوچ کر اکثر

کوئی کہتا تھا کہ وفا دیگا


آگ گھر میں لگی تو قصہ کہیں

جو بھی آئیگا وہ ہوا دیگا


میرے ہی اشک بھر کے دے دے گلاس

وحی آخر مجھے نشہ دیگا


بہ جانے دے آنکھ کی یہ نمی

یہ سمندر تجھے ڈوبا دیگا


کاہے اٹھ جائیں ہم مصلے سے

جو بھی دیگا ہمیں خدا دیگا


 
 
 

Comments


bottom of page